Dharmkshetra | धर्मक्षेत्र
सावित्री और सत्यवान
सावित्री और सत्यवान
शेयर करें
पिकअप उपलब्धता लोड नहीं की जा सकी
श्री जयदयाल गोयंदका की यह पुस्तक पतिव्रता सावित्री की अटूट भक्ति और निष्ठा का एक सुंदर चित्रण है, जिसे अपने पति के प्रति पवित्रता और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। प्राचीन शास्त्रों पर आधारित यह पुस्तक सावित्री के चरित्र पर प्रकाश डालती है, जिसमें धर्म के मार्ग पर चलने और अपने पति को दिव्य मानने में उनकी दृढ़ता को दर्शाया गया है।
- श्री जयदयाल गोयंदका द्वारा सावित्री की अटूट भक्ति को चित्रित करने वाली पुस्तक
- अपने पति के प्रति अपनी वफादारी और समर्पण का जश्न मनाती है
- धर्मपरायणता का प्रतीक माना जाता है
- प्राचीन ग्रंथों पर आधारित
- सावित्री के चरित्र और धर्म में उसकी दृढ़ता पर प्रकाश डाला गया
- अपने पति को ईश्वरीय मानने के उनके विचार को दर्शाती है

Download Vikram Samvat 2082 calendar pdf
Click on the button below to downlaod the calendar pdf